तेरी भक्त पुकारते आजा माँ
कितना सुन्दर पर्व हैं आज
मां नव दुर्गा घर घर आयीं
होके शेर पर सवार।
नयनों में तेज पुंज है,
अदभुत तेज ललाट,
ममतामयी माँ का ह्रदय,
मिटा देता अपने भक्तों के सन्ताप।
हर तरफ भरे धन धान्य मां,
देती मान सम्मान माँ,
देती सुख सौभाग्य।
नव दुर्गा नव रत्न हैं,
हो जाएंगे प्रसन्न
बस भाव से करना जतन है
सब के कष्ट हर लेगी मंगल मूर्ति,
हर तरफ होगई सुख शान्ति
माँ कर देगी सबके पूरे करें काज।
जो भी आके सिर को झुकाए,
मन की सभी मुरादें पाए,
कोई न लौटा खाली हाथ।
भरके मन में विश्वास,
जो आए माता के पास,
कर देती निरोग निर्मल,
हर थी सभी विकार,
हो जाता जीवन अमृत,
वो जब रख देती सिर पर हाथ।
आओ पापनाशिनी,
कष्ट विमोचनी,
ह्रदय में तेरे आगमन पे उल्लास,
करो भक्त के मन मन्दिर में आप निवास
NEELAM GUPTA
13-Dec-2021 12:51 PM
मातारानी की जय हो
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Niraj Pandey
09-Oct-2021 07:31 AM
जय हो
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Swati chourasia
09-Oct-2021 06:33 AM
Very nice
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